अभी हाल ही में हिमाचल में हुआ हादसा भूले नही थे की कुशीनगर के हादसे ने फिर से जख्मो को कुरेद दिया है|आखिर हो क्या रहा है हमारे यहा जिन मासूमो ने अभी ठीक से दुनिया को देखा ही नही उन्हें इतनी जल्दी भगवान अपने आप कैसे बुला सकता है|और बच्चो की बसों के ड्राईवरो का क्या जब इन्हें पता है की बस के अंदर इतनी छोटी उम्र में बच्चे है तो क्या उन्हें हर चीज का ध्यान नही रखना चाहिए|गाडी कितनी स्पीड में चलानी है कैसे मोड़नी है ये सब उन्हें पता होना चाहिए| कुशीनगर में स्कूली बच्चों को लेकर जाकर एक वैन रेलवे क्रासिंग पर ट्रेन से टकराई. इस हादसे में 12 बच्चों की मौत हो गई| 12 अन्य बच्चे गंभीर तौर पर घायल हैं|ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि बस का ड्राइवर हेडफोन लगाकर म्युजिक सुनते हुए ड्राइव कर रहा था| जब ट्रेन लगातार हार्न दे रही थी, तो उसने इसे अनसुना कर दिया|ड्राईवर की लापरवाही बन गई बच्चो की मौत का कारण|भगवान उन सभी बच्चो की आत्मा को शान्ति दे|

 



 

दुनियाभर में अब ऐसे एक्सीडेंट्स बढ़  हैं, जिसमें पैदल चलने वाले या वाहन चलाने वाले हेडफोन लगाकर उसपर म्युजिक सुनते हुए आसपास की आवाजों से बेखबर हो गए|पिछले दिनों एम्स दिल्ली के तरुमा सेंटर ने इस पर एक अध्ययन किया| इस अध्ययन के अनुसार देश में हेडफोन से होने वाले हादसे बढ़ रहे हैं| स्टडी में इसे लेकर ये बातें कहीं हैं|

 

ये भी पढ़े-आखिर जाने क्यों होती है सडको पर अलग अलग रंग की पट्टिया

 

ये बहुत जोखिम भरा है|

 




 

जब कानों पर हेडफोन लगाकर सड़क पार करते हैं या सड़क पर चलते हैं तो हम सबसे रिस्क पर होते हैं| आसपास की आवाज सुन नहीं पाते|पता भी नहीं लगता कि कौन हॉर्न दे रहा है| हेडफोन लगाकर ड्राइव करना बहुत जोखिम भरा है, इससे हम ड्राइव और बचाव को लेकर अपनी एकाग्रता यानि फोकस को खतरे में डाले रहते हैं|

 

ये भी पढ़े-विज्ञान से जुड़े कुछ ऐसे तथ्य जिन्हें आपको जरुर जानना चाहिए |

 

क्या कहती है साइंस  हेडफोन के बारे में|





हेडफोन लगाकर कभी ऊंची आवाज में म्युजिक नहीं सुनें| इससे आपके कान के पर्दों यानि ईयरड्रम्स को नुकसान हो सकता है| कानों में ईयर बड्स लगाना और खतरनाक है, वो कानों को जख्मी भी कर सकता है| साथ कान के पर्दों के लिए ज्यादा नुकसानदेह है|साइंस के अनुसार हेडफोन से 85 डेसीबल से ऊपर का ब्लास्टिंग म्युजिक खतरनाक होता है, ये आपके नर्व सिस्टम पर भी असर डाल सकता है| विश्व स्वास्थ्य संगठन यानि डब्ल्यूएचओ के अनुसार ऑडियो डिवाइस के चलते दुनियाभर के 1.1 बिलियन (101 करोड़) युवा सुनने की क्षमता खो सकते हैं|

 

ये भी पढ़े-कैसी है ये श्रधा जंहा सालों से नहीं बने गांव में पक्के घर, जानिए इसकी वजह

 

तो ये था आज पोस्ट उम्मीद करता हूँ आगे से आप सभी जितने भी हमारे प्रिय पाठक है वो कभी भी बाइक या कार  में म्यूजिक हेडफ़ोन का इस्तमाल ना करे|जिंदगी बहुत कीमती होती है|इसे एक छोटी सी गलती की वजह से मत खोइयेगा|

By SUDHIR KUMAR

नमस्कार पाठको| I am Sudhir Kumar from haridwar. I am working with a company as a quality Engineer. i like to singing,listening music,watching movies and wandering new places with my friends. And now you can call me a blogger. If you have any suggestion or complain you direct mail me on sudhir.kumart.hdr1989@gmail.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.