दिन के उजाले में यदि आपके बाइक की हेडलाइट जल रही हो तो सामने से इशारा या टोका-टोकी होती है। दिन में बाइक की हेडलाइट जलाकर चलने में कुछ अटपटा सा लगता है। नए लांच हुए Two Wheeler vehicles के सवारों को भी इन दिनों सड़कों पर रोज टोका जा रहा। दरअसल, यूरोपियन देशों की तर्ज पर भारत सरकार भी दिन के उजाले में भी बाइक की हेडलाइट जलाकर ही चलने का नया नियम बना दिया है।
अप्रैल 2017 से यह निर्णय पूरे देश में प्रभावी हो चूका है । इसे देखते हुए सभी Bike कंपनियों ने भी इसी तरह की तकनीक का मॉडल बाजार में लांच किया है।अब नई लांच होने वाली बाइक में Automatic Headlamp On यानी AHO तकनीक लागू हो गई है। यानी बाइक में Headlight के On-off का switch नहीं रहेगा।Experts का कहना है कि नई तकनीकी व्यवस्था से सड़क दुर्घटना में कमी आएगी।
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यूरोप में है नियम लागू
European countries में Daytime Running Lights (DRL) का नियम 2003 से लागू है। इन देशों से आयात होने वाले कीमती कारों में भी यह व्यवस्था लागू है। कई अन्य विकसित देशों में भी दिन के उजाले में Bike की headlight जलाने का प्रावधान है।
अनुशंसा स्वीकार
इस नई तकनीक व्यवस्था को लागू करने के लिए दो विशेषज्ञ कमेटियों द्वारा परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को अपनी अनुशंसा सौंपी गई थी ।Automated Research Center of India एवं Supreme court द्वारा गठित कमेटी ने भी इस नए features की अनुशंसा की थी|
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क्या है फायदा
दिन के उजाले में हेडलाइट के जलते रहने से सामने से आने वाले वाहनों का ध्यान इस ओर ज्यादा रहेगा। पीछे की लाल लाइट जलते रहने से पीछे से आने वाले बड़े वाहन सचेत हो जायेंगे। Headlights के glass में भी परिवर्त्तन की अनुशंसा की गई है। आंकड़ों के मुताबिक 2014 में दोपहिया वाहनों से रिकॉर्ड दुर्घटनाएं हुई हैं। 32 हजार 524 लोग मारे गए, जबकि एक लाख 27 हजार 452 लोग जख्मी हुए। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने भी संज्ञान लिया। इमरजेंसी अलार्म भी लगेगा नई तकनीकी व्यवस्था के अनुसार बाइक में अब कंपनियों को इमरजेंसी अलार्म लगाने होंगे। दुर्घटना की स्थिति में यह ऑटोमेटिक तेज आवाज में बजने लगेगा। ताकि रात अथवा एकांत की स्थिति में दुर्घटना होने पर पुलिस अथवा आसपास के लोग मदद को पहुंच सकें।
तो ये था आज का पोस्ट आपके लिए उम्मीद करते है आपको पसंद आएगा|