आज की दुनिया में बिमार होना एक आम बात हो चूका है| आपके घर में कोई न कोई बीमार रहता ही है| और ये सभी के घरो का हाल है| पर ऐसा नही है की सभी लोग कोई बड़ी और भयानक बीमारी से ग्रसित है|उन्हें छोटी मोटी बीमारी ही होती है| जैसे जुखाम सरदर्द इत्यादी|पर कभी अपने देखा होगा की हम जब थोड़े बहुत बीमार होते है|तो क्या करते है?
क्या अाप भी Google पर सेहत से जुड़ी जानकारियां सर्च कर रहे हैं? अक्सर आपको कोई ऐसा लक्षण नज़र आता है, जिसे आप बीमारी समझ लेते हैं| फिर इसके बारे में Google पर सर्च करने लगते हैं| इस दौरान तनाव महसूस करते हैं, इसके बाद राहत भी महसूस करते हैं| अगर लगातार ऐसा हो रहा है तो आपको बता दें कि ये दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही एक मनोवैज्ञानिक बीमारी के लक्षण हैं|
Table of Contents
आखिर क्या है ये बीमारी?
दुनिया में डायबिटीज से भी तेजी से बढ़ रही इस बीमारी को Cyberchondria (साइबरकॉन्डरिया) नाम दिया गया है| इसे ये नाम हाइपरकॉन्डरिया से प्रेरित होकर दिया गया है| हाइपरकॉन्डरिया वो बीमारी है जिसमें किसी व्यक्ति को लगातार इस बात का शक रहता है कि उसे कोई गंभीर बीमारी है|
आपको बता दें कि बीते 10 सालों में google पर बीमारियों से संबंधित सर्च करने का चलन खूब बड़ा है| 2016 के आंकड़ों के मुताबिक हर पांच में चार शख्स google पर सिर्फ बीमारियों के बारे में सर्च कर रहा है|Pew Research 2013 में भी इसे दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रही बीमारी बताया है|
नवंबर 2008 में रायन व्हाइट और एरिक होर्विट्ज़ ने माइक्रोसॉफ्ट के लिए एक रिसर्च की, जिसके बाद बताया कि google सर्च आपको बीमार बना रही है| दोनों ने लोगों से बात की| डाइग्नोस किया कि google पर लगातार बीमारियों के बारे में सर्च करना जीवन को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है|
अब ये बीमारी का रूप ले चुका है| New York State Psychiatry Institute की Researcher Emily Dorthey ने बताया कि 90% अमेरिकी इसकी चपेट में हैं| एक अनुमान के मुताबिक गूगल सर्च को सामान्य जीवन में इस्तेमाल करने वाला हर दूसरा व्यक्ति इस बीमारी की चपेट में है| Dorthey ने google पर बीमारी से जुड़े लक्षण सर्च करने को कैंसर से भी खतरनाक बताया|
जानिए इसके लक्षण क्या है ?
- अगर आप हेल्थ से जुडी छोटी से छोटी समस्या के लिए भी गूगल पर सर्च कर रहे हैं|
- सेहत से जुड़ी हर बात आपको कोई बड़ी बीमारी लगती है|
- आप इन बीमारियों के लक्षण लगातार गूगल पर सर्च करते रहते हैं|
- अगर ऐसी सर्च आप रोजाना कर रहे हैं और आप इसमें आधा घंटा से ज्यादा वक़्त लगा रहे हैं|
- ये सर्च करने के दौरान आप लगातार तनाव महसूस करते हैं. सर्च करने के बाद आपको राहत महसूस होती है|
- डॉक्टर से मुलाक़ात के दौरान आप लगातार बीमारियों से जुड़े सर्च रिजल्ट्स पर बात करते हैं|
स्थिति कैसे बिगड़ती है ?
Eric Hauritz की रिसर्च के मुताबिक google से जुड़ी कोई छोटी से छोटी सर्च भी करते हैं तो रिजल्ट में आपको तमाम तरह की बीमारियों के लक्षण भी पढ़ने को मिलते हैं जो बिना किसी ठोस Diagnose के दिमाग में शक की स्थिति पैदा करते हैं|
बार-बार ऐसी सर्च करने से आपको कई सारी बीमारियों के ऐसे लक्षण दिखाई पड़ते हैं जिनकी तुलना आप जीवनशैली से करने लगते हैं| ऐसा करते हुए आपकी सर्च भयानक से भयानक बीमारी तक आपको ले जाती है|बाद में हर छोटी बात पर आपको डर लगता है, आप इस तरह की सर्च करते हैं|
इससे बचने के लिए के उपाय
- हेल्थ से जुड़ी समस्या गूगल करने की जगह डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए. डॉक्टर्स खुद कहते हैं कि गूगल के जरिये सेल्फ डाइग्नोस करना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है|
- अगर आप अपनी सेहत से जुड़ी समस्याओं को गूगल कर भी रहे हैं तो पहले उसे समझने की कोशिश करें|
- समस्या को समझकर उससे जुड़े सवाल एक कागज पर लिख लें फिर सर्च करें|
- ये समझने की कोशिश करें कि इसे गूगल करने से भी क्या फायदा होने वाला है, आखिरकार आपको डॉक्टर के पास जाकर ही कोई फायदा हो सकता है|
- अक्सर सर्च में मल्टीपल रिजल्ट्स आते हैं जो भ्रम पैदा करते हैं, ऐसे में दूसरे सवालों से भटकने की जगह जो दिक्कत आपको आ रही है, उससे जुड़ी सर्च तक सीमित रहें|
- हेल्थ से जुड़ी छोटी-छोटी समस्या से अगर आप तनाव में आ जाते हैं तो संभल जाएं और इसे तुरंत अपने डॉक्टर को बताएं|
- अगर ऐसी सर्च के बाद आपको राहत महसूस हो रही है तो भी डॉक्टर को बताएं और ज़रूरी हो तो मनोविज्ञानी से भी सलाह लें|
ये थी जानकारी आपके लिए उम्मीद करते है आपको पसंद आएगी|