टाइटल पढ़ के जैसे आप थोड़े चौंक गये होंगे की ऐसा कैसे हो सकता है लेकिन ये सच है चाँद आने वाली 20-21 जनवरी को बड़ा और खून जैसे लाल रंग का हो जायगा जो की इस साल के पहले चाँद ग्रहण के दौरान होगा |
काफी Hollywood मूवी में देखा होगा जिसमे इन्सान रूपी भेड़िया होता है और उसमे चाँद को कैसे लाल रंग का दिखाया जाता है कुछ इसी तरह का 20-21 जनवरी की रात में देखने को मिलेगा इसे Super Blood Wolf Moon भी कहते है |
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आखिर क्या होता है ये Super Blood Wolf Moon
नासा के मुताबिक सुपर मून के दौरान चाँद और पृथ्वी की दुरी और दिन के मुकाबले कम होती जो की तक़रीबन तीन लाख तेरेसठ हजार किलोमीटर होती है तो आम दिन के मुकाबले चाँद 30 प्रतिशत जायदा चमकदार दिखाई देता है और इस दौरान चाँद हलके लाल रंग जैसा भी दिखाई देता है |
ग्रहण के दौरान चंद्रमा के रंग इसलिए बदलता क्योंकि सूरज की रोशनी धरती से होकर चंद्रमा पर पड़ती है। हमारे ग्रह की छाया पड़ने की वजह से चंद्रमा का रंग ग्रहण के दौरान बदल जाता है
इसे क्यों नाम दिया गया Wolf Moon
नेटिव अमेरिकी जनजातियो ने इसको वुल्फ मून का नाम दिया है क्युकी रात में जब भेडिये खाने की तलाश में घूमते है तो इस सुपर मून को देख कर जोर जोर से चिलाने लगते है जैसे की अपने फिल्मो में भी देखा होगा
कहाँ कहाँ दिखेगा Super Blood Wolf Moon
भारतवासियो के लिए थोडा दुःख ये होगा की ये अतभुत खगोलीय घटना भारत में नहीं दिखेगी इस नज़ारे को लोग मध्य प्रशांत महासागर, उत्तरी/दक्षिणी अमेरिका, यूरोप और अफ्रीका में बिना किसी उपकरण के खुली आँखों से देख पायगे |
खगोलीय शास्त्रियो का कहेना है की ये अपने आप में बड़ी रोमांचक खगोलीय घटना है जिसे देखने क लिए और काफी लोग काफी उत्सुक है | लेकिन चिंता न करे इस इक्सवी सदी में कुछ देखने क लिए कही जाने की जरुरु नहीं है गूगल बाबा है न सब का भला करेगे 😉
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