हेलो दोस्तों केसे है आप लोग , आशा करता हूँ अच्छे ही होंगे | दोस्तों आप कही ना कही खाने में सरसों के तेल का प्रयोग जरुर करते होंगे | आज का हमारा ये पोस्ट सरसों के तेल के गुणों के लिए ही है | सरसों का तेल खाने के आलावा और भी कई प्रकार से यूजफुल है | जो आप इस पोस्ट में जानेंगे |
सरसों का तेल खाने में यूज होता है | लेकिन सरसों के तेल का प्रयोग की सामान्य बीमारियों और सौंदर्य के लिए भी किया जा रहा है | उत्तर भारत में इसको विशेष प्रयोग किया जाता है | आखिर सरसों का तेल गुणकारी और उपयोगी क्यों है ,आइए जानते है इसके गुण और तरह तरह के औषधीय उपयोग और यही सभी गुण एक लाभकारी तिलहन का दर्जा दिलाते है |
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सरसों का तेल आखिर है क्या |
सरसों वेसे एक तिलहन है | इसकी उत्पत्ति यूरोप में मानी जाती है | लेकिन इसको भारत में सबसे ज्यादा उगाया जाता है | सरसों की अलग अलग किस्मे होती है , जिनमे गहरे भूरे रंग वाली सरसों के बीजो से तेल निकला जाता है |
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कान के दर्द में उपयोगी |
अगर कान में दर्द हो रहा हो तो लहसुन की 2 या 4 कलिया कलिया मिला कर सरसों के तेल में पका ले | इस तेल के गुनगुना होने पर दो बूँद कान में डाले तुरंत आराम मिलता है | आमतोर पर सरसों के तेल में दर्दनिवारक गुण पाए जाते है |
सौन्दर्य के लिए |
सरसों तेल को सौन्दर्य वर्धक माना जाता है | गोरा रंग चाहने वाले और सौन्दर्य निकारने वाले बेसन और हल्दी के उबटन में सरसों का तेल दाल कर लगाये | होठ फटने पर रात को सोते समय सरसों का तेल लगाना चाहिए | नाभि में सरसों के तेल की 2 बूंद लगाने से भी होठ फटने बंद हो ज्यंगे|
ह्रदय के लिए |
सरसों का तेल ह्रदय के लिए भी काफी अच्छा माना जाता है | एम्स ,हॉवर्ड स्कूल ऑफ मेडिकल साइंस व सेंट जॉन मेडिकल collage और अमेरिकन सोसाइटी ऑफ क्लिनिकल nutrition द्वारा सरसों के तेल पर शोध किये गये है | इन सोधो से माना गया है की सरसों के तेल प्रयोग करने वाले 71% लोगो को दिल के बीमारी नही होती |
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गठिया रोग में |
गठिया से प्रेषण है तो सरसों के तेल में कपूर ,सत अजवाइन और दालचीनी मिलाकर जोड़ो पर मालिश करने से दर्द में राहत मिलती है |
कमरदर्द में |
कमर में दर्द के लिए सरसों के तेल में थोड़ी सी हिंग अजवाइन और लहसुन मिलाकर गर्म करले ,इसे कमर पर लगाये आराम मिलेगा | पिंडलियों का दर्द हो तो सरसों के तेल को गुनगुना करके पिंडलियों की मालिश करनी चाहिए |
नवजात शिशु और प्रसूता के लिए |
नवजात शिशु और प्रसूता दोनों की मालिश के लिए सरसों का तेल सबसे अच्छा रहता है | सरसों के तेल से मालिश करने के बाद नहाने से शिशु को सर्दी होने का खतरा नही रहता |
त्वचा रोगों में |
त्वचा रोगों में भी सरसों का तेल उपयोगी होता है | इसके तेल में आक के पत्तो क रस और थोड़ी हल्दी मिलाकर गर्म करके ठंडा कर ले , इसे लगाने से दाद ,खाज ,खुजली आदि खत्म हो जाती है |
चेहरे के लिए |
चेहरे पे कील मुहासे , झईया झुरिया हो तो सरसों का तेल बड़ा गुणकारी है |सरसों के तेल में दही और बसें मिलाकर उबटन बनाये | इसकी मालिश करने से शरीर में झुरिया नही पडती |
बालो के लिए |
सरसों के तेल में थोडा आवला और मेहँदी पाउडर मिलाकर कुछ देर गरम करके छान ले ,इसे बालो में लगाने से बाल गिरना कम हो जाते है | और घने हो जाते है |
मालिश के लिए |
सरसों के तेल से मालिश करने से रक्त संचार बढ़ता है | शरीर में चुस्ती – फुर्ती आती है | शाररिक थकन भी दूर होती है |
तो दोस्तों केसा लगा आप लोगो को आज का ये जानकारी से भरपूर पोस्ट ,आशा करता हु अच्छा ही लगा होगा | हमारे साथ ऐसे हे जुड़े रहिये और जानकरियो के साथ हम फिर मिलेंगे | अपनी कीमती सुझाव हमे देते रहे और कमेंट बॉक्स में कमेंट कर बताते रहे |